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असंतृप्तचरबी यानी वास्तव में क्या है?

असंतृप्त चरबी हमेशा सामान्य तापमान में द्रव स्वरूप में ही होती है, जिसे हम ‘तेल’ कहते हैं। असंतृप्त चरबी मुख्यरूप से दो प्रकार की होती है:

१. मोनोअनसैच्युरेटेड फैट्स (मुफा)

२. पॉलीअनसैच्युरेटेड फैट्स (पुफा)

हमारे आहार में मोनोअनसैच्युरेटेड फैट्स के स्त्रोत हैं:

 

१. ओलिव तेल

२. एवोकैडो तेल

३. मीठा तेल (मूंगफली का तेल)

४. काजू

५. बादाम

६. अलसी

७. कोंहड़े (कद्दू) के बीज

हमारे आहार में मुफा एवं पुफा दोनों प्रकार की चरबी, चरबी की सुरक्षित प्रजातियों के रूप में जानी जाती हैं और वे आरोग्य के लिए लाभदायक भी हैं।

१. खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाती हैं।

२. दिल के दौरे जैसे दिल की समस्याएं घटाती हैं।

३. कैंसर का धोखा कम करती हैं।

४. वजन घटाने में सहायक होती हैं।

पॉलीअनसैच्युरेटेड फैट्स

ओमेगा - ३ और ओमेगा - ६ ये आहार के २ मुख्य प्रकार के पॉलीअनसैच्युरेटेड फैट्स हैं। ओमेगा - ३ और ओमेगा- ६ को इसेन्शियल (अनिवार्य) फैटीऐसिड्स कहा जाता है क्योंकि हमारे शरीर में इनकी निर्मिती नहीं होती। ये हमें तेल से ही प्राप्त होते हैं। हम जिस प्रकार के तेल का इस्तेमाल करते हैं उसमें से ही हमें ओमेगा-६: आमेगा-३ का योग्य प्रमाण/सुसंगत गुणोत्तर प्राप्त होना महत्वपूर्ण है। इसका सही भाग ४:१ है।

निम्नलिखित तख्ता आम तौर पर इस्तेमाल किए जानेवाले तेलों में, ओमेगा-६ : ओमेगा-३ के भाग दर्शाता है:

तेल ओमेगा - : ओमेगा (आदर्श भाग ४:)
मछली का तेल इसमें ओमेगा-६ नहीं होता केवल ओमेगा-३ होता है।
अलसी (जव) का तेल १ : ३.१
कैनोला (रैपसीड/सफेद सरसों) तेल १.९ : १
ओलिव तेल ९ : १
सैफ्लावर (कुसुम/कुसुंभ) तेल १४ : १
मकई का तेल ५७ : १
सनफ्लॉवर (सूरजमुखी) तेल ७१ : १

ओमेगा-३ के लाभों के बारे में अधिक जानकारी :

बीमारी ओमेगा -
रक्तदाब (ब्लडप्रेशर) रक्तदाब बढ़ने की संभावना कम करता है।
मधुमेह मधुमेह की संभावना कम करता है।
दिल का दौरा दिल के दौरे से सुरक्षा करता है।
धमनियों में आनेवाली बाधाएँ धमनियों में आनेवाली बाधाओं को कम करता है।
वज़न बढ़ना मोटापे की संभावना को कम करता है।
रक्त में पाए जानेवाले कोलेस्ट्रॉल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
अस्थमा (दमा) अस्थमा का झटका आने की संभावना को कम करता है।
कैंसर कैंसर से बचाता है।

ओमेगा-६ के प्रतिकूल प्रभावों से संबंधित अधिक जानकारी हासिल कीजिए।

बीमारी ओमेगा -
रक्तदाब रक्तदाब बढ़ने का धोखा बढ़ाता है।
मधुमेह मधुमेह होने धोखा बढ़ाता है।
दिल का दौरा दिल के दौरे का धोखा बढ़ाता है।
धमनियों में होनेवाली रुकावट धमनियों में होनेवाली रुकावट का धोखा बढ़ाता है।
वज़न बढ़ना मोटापे की संभावना बढ़ाता है।
खून में कोलेस्ट्रॉल खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।
अस्थमा (दमा) अस्थमा के दौरे का धोखा बढ़ाता है।
कैंसर कैंसर का धोखा बढ़ाता है।

आहार में पाए जानेवाले ओमेगा-३ के स्त्रोत -

ओमेगा-३ के आहार में पाए जानेवाले स्त्रोत हैं :

१. मछली एवं मछली का तेल

२. अलसी/जव और उसका तेल

३. अखरोट

४. अंडे

५. पेकॉन के बीज